हर अवसर का खुली बाहों से स्वागत कीजिए। आप सब कुछ कर सकती हैं। हर अवसर का खुली बाहों से स्वागत कीजिए। आप सब कुछ कर सकती हैं।
जिसके लिए उसके पास शीशे में देखने का, कंघी करने का या खुद को संवारने का बिल्कुल समय नही जिसके लिए उसके पास शीशे में देखने का, कंघी करने का या खुद को संवारने का बिल्कुल ...
तुम रोते-रोते भगवान के इतने समीप पहुँच गए थे कि तुम्हें भगवान के दर्शन होने ही वाले थे तुम रोते-रोते भगवान के इतने समीप पहुँच गए थे कि तुम्हें भगवान के दर्शन होने ही व...
आज रवि का सर अभिमान से ऊपर उठा हुआ था तथा चेहरे पर एक अनोखा तेज था।.... आज रवि का सर अभिमान से ऊपर उठा हुआ था तथा चेहरे पर एक अनोखा तेज था।....
मैंने अपनी असीम शक्ति को पहचाना क्या आप पहचानते हैं ? मैंने अपनी असीम शक्ति को पहचाना क्या आप पहचानते हैं ?
हरे-पीले, पके-अधपके आमों से लदे पेड़ों का बगीचा । बीच से निकली है सड़क । बगीचे को पार करती हुई मेरी ... हरे-पीले, पके-अधपके आमों से लदे पेड़ों का बगीचा । बीच से निकली है सड़क । बगीचे क...